
सभी विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में स्नातक पाठ्यक्रम में 2021 से एक ही संयुक्त प्रवेश परीक्षा से दाखिले होंगे, यानी वन नेशन वन एग्जाम।
कॉलेजों में स्नातक में यह प्रवेश परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी। सामान्य डिग्री के लिए एक परीक्षा होगी।
दूसरी विज्ञान, मानविकी, भाषा, कला और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों पर आधारित विषयों में दाखिले के लिए कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट होगा।
यह प्रवेश परीक्षा साल में एक या दो बार होगी।
एनटीए प्रवेश परीक्षा कराएगी।
एक ही नियामक यानी रेगुलेटर
यूजीसी, एआईसीटीई, एनसीटीई की बजाय उच्च शिक्षा के लिए पूरे देश में एक नियामक होगा।
सभी तकनीकी और सामान्य विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम और प्रोग्राम की समीक्षा होगी।
नए विषयों के तहत प्रवेश परीक्षा की रूपरेखा तय की जाएगी।
इसमें तीन और चार साल की डिग्री वाले प्रोग्राम होेंगे।
इसी के तहत विशेष विषयों के लिए अलग प्रवेश परीक्षा होगी।
कटऑफ के बोझ से राहत
कटऑफ के भार और अलग-अलग आवेदन से निजात एक प्रवेश परीक्षा से छात्रों और अभिभावकों को राहत मिलेगी। इससे डीयू जैसे विश्वविद्यालयों में सौ फीसदी कटऑफ और अलग-अलग आवेदन तथा प्रवेश परीक्षा से भी निजात मिलेगी।
अब एक आवेदन पर सभी विश्वविद्यालयों में दाखिले, डिग्री प्रोग्राम, फीस, सीट आदि की जानकारी मिलेगी।
पहले केंद्रीय विश्वविद्यालय जोड़े जाएंगे
योजना के पहले चरण में सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों को जोड़ा जाएगा। फिर अन्य विश्वविद्यालय और कॉलेजों को जोड़ा जाना है।
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