
उत्तर प्रदेश के कानपुर की नई सड़क हिंसा में मुख्य दो आरोपियों के खिलाफ गुरुवार को पुलिस-प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी पर रासुका लगाई गई थी, जबकि बिल्डर वसी और मुख्तार बाबा सहित चार के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। फिलहाल हयात चित्रकूट जेल में बंद है, वहां रासुका परोसी जाएगी। तीन जून को एक पार्टी ने तत्कालीन भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के विरोध में बंद करने की घोषणा की थी। इसकी आड़ में दंगाइयों ने नई सड़क पर जमकर पथराव और फायरिंग की थी।
पुलिस ने जब जांच शुरू की तो हिंसा की साजिश रचने और उसे कराने में जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी का हाथ सामने आया। हयात पर नाबालिगों को हंगामा भड़काने के लिए दो हजार रुपये देकर पथराव करने का भी आरोप लगाया गया था। पूरे प्रकरण की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। जांच के बाद एसआईटी ने हयात के खिलाफ रासुका की फाइल तैयार कर डीएम को भेज दी। गुरुवार को डीएम विशाख जी ने इसकी स्वीकृति दे दी।
चार लोगों पर लगा गैंगस्टर
पुलिस ने हाजी मोहम्मद वासी खान उर्फ बिल्डर वसी निवासी भन्नानापुरवा, बाबा बिरयानी मालिक हाजी मुख्तार अहमद उर्फ मुख्तार बाबा निवासी कंबू मोहाल, शातिर अपराधी गम्मू खां हाता निवासी अकील खिचड़ी और गंगाघाट निवासी शफीक उर्फ भटीजा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें इंस्पेक्टर बेकनगंज अजय सिंह वादी हैं। एसआईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा भड़काने के लिए वसी और मुख्तार ने 20 लाख रुपये की फंडिंग की थी।
जिला प्रशासन ने कहा जल्द ही होगी कार्रवाई
कानपुर के जिला प्रशासन का कहना है कि पुलिस ने मुख्य आरोपी हयात पर रासुका की कार्रवाई के लिए फाइल तैयार की थी। निरीक्षण के बाद इस पर मुहर लगा दी गई है। पुलिस अब चित्रकूट जेल जाकर आदेश का निष्पादन करवाएगी।