
पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को हिला देने वाले शिक्षक भर्ती घोटाले में नया मामला सामने आया है। इस मामले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के रिश्तों का राज रोज सामने आ रहा है। अब अर्पिता के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने दावा किया है कि अर्पिता रात में पूर्व मंत्री के घर पर रुकती थी। क्योंकि पार्थ ने अपनी अय्याशियों के लिए बंगला बना रखा था और जहां अर्पिता मुखर्जी रात के अंधेरे में जाती थी और पूरी रात रूकती थी।
पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बीच संबंधों को लेकर हर दिन नए राज सामने आ रहे हैं। अब अर्पिता मुखर्जी के ड्राइवर प्रणब भट्टाचार्य ने दावा किया कि अर्पिता मुखर्जी रात में नाकातला में पार्थ चटर्जी के घर रुकती थीं। हालांकि अर्पिता मुखर्जी अपनी हरकत को लेकर ड्राइवरों को अंधेरे में रखती थीं। प्रणब भट्टाचार्य ने बताया कि पार्थ चटर्जी ने उन्हें अर्पिता मुखर्जी के लिए हायर किया था। प्रणब भट्टाचार्य अर्पिता मुखर्जी की होंडा सिटी गाड़ी चलाते थे। बता दें कि शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी के छापों के बाद यह राज़ सामने आया कि पूर्व मंत्री और अर्पिता मुखर्जी के बीच पिछले 10 सालों से संबंध थे।
अर्पिता की दो गाड़ियां हैं गायब
प्रणब भट्टाचार्य ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि व्हाइट मर्सिडीज और ब्लैक ऑडी पिछले 3-4 महीनों से गायब हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके वाहन कहां गए हैं।
ड्राइवर से ईडी ने की पूछताछ
जिस दिन अर्पिता मुखर्जी के टैलीगंज स्थित डायमंड सिटी फ्लैट पर छापा मारा गया था। प्रणब को इस बात की जानकारी नहीं थी। वह वहां पहुंच गया था और दो दिन तक अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट में बैठने के लिए मजबूर किया गया था। ईडी ने प्रणब भट्टाचार्य का मोबाइल जब्त कर लिया है और उसे वापस नहीं किया है। प्रणब भट्टाचार्य ने यह भी दावा किया कि अर्पिता अलग-अलग कारों के लिए अलग-अलग ड्राइवरों का इस्तेमाल करती थीं। प्रणब भट्टाचार्य कल्याण धर को जानते हैं और कहते हैं कि वह ईचे एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के आधिकारिक काम को देखते थे। आपको बता दें कि ईडी के अधिकारी इस इंटरनेट कंपनी के निदेशकों में से एक कल्याण धर की तलाश कर रहे हैं।
अर्पिता पहुंचने के बाद ड्राइवर वापस आ जाता था
उन्होंने बताया कि पार्थ या अर्पिता जब भी एक दूसरे के फ्लैट में जाते थे। इसलिए वहां उन लोगों तक पहुंचने के बाद वह वापस आ जाता था, क्योंकि उन्हें इस तरह के निर्देश दिए जाते थे। प्रणब ने यह भी कहा कि अर्पिता के नाम पर कई अन्य कारें थीं, लेकिन उन्हें होंडा सिटी के अलावा कोई अन्य कार चलाने की अनुमति नहीं थी। पार्थ और अर्पिता के घर से भारी मात्रा में रकम, दस्तावेज, सोने के सिक्के और अन्य कीमती सामान बरामद किया गया है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, दस्तावेज की प्रति हाल ही में भू राजस्व विभाग को मिली थी। ईडी सूत्रों के अनुसार, पार्थ-अर्पणा के पास भूमि राजस्व विभाग और स्थानीय प्रशासन से “छिपी हुई जानकारी” थी।