
माता पिता को अब पब्जी से मुक्ति मिलेगी। सरकार ने पब्जी समेत 118 मोबाइल एप्स पर बैन लगा दिया है। सरकार ने एक बयान जारी कर कहा है कि ये एप्स देश की संप्रभूता के लिए खतरा थे। लिहाजा इनको बैन किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि ये मोबाइल ऐप भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरा थे। मंत्रालय ने कहा कि ऐसी कई शिकायतें मिली थी जिसमें कहा गया था कि एंड्रॉइड और आईओएस प्लेटफॉर्म पर ऐसे कई मोबाइल ऐप हैं जो यूजर्स की सूचनाएं चुराते हैं।
पब्जी को लेकर ख़ासकर युवाओं का काफी क्रेज था और ये गेम युवाओं को घरों में ही बांधकर रखता था। कई मामलों में तो नई जनरेशन इस गेम में इतनी घुसी रहती थी कि वो बाकी सब काम करना ही छोड़ देते थे। इस गेम के बैन हो जाने से कम से कम युवाओं को अन्य कामों में दिमाग लगाने का समय मिलेगा। भारत सरकार ने इससे पहले टिकटॉक सहित चीन के कई ऐप पर प्रतिबंध लगाए थे। जून के अंतिम में भारत ने टिकटॉक, हेलो समेत चीन के 59 मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाए थे। इसके बाद में जुलाई के आखिर में 47 और चीनी ऐप पर पाबंदी लगाई गई थी।
इस बार केंद्र सरकार ने पबजी के अलावा लिविक, वीचैट वर्क और वीचैट रीडिंग, ऐपलॉक, कैरम फ्रेंड्स जैसे मोबाइल ऐप पर पाबंदी लगाई है। लद्दाख में चीन के साथ फिर से तनाव बढ़ने के बीच भारत के इस कदम को सख्त माना जा रहा है।