
देश के किसानों को सबसे बड़ी परेशानी अपने उत्पाद को बेचने में होती है। जबकि देश के बड़े शहरों में ताजे फल, ताजा सब्जी, फूल और मछली मिलना बहुत ही मुश्किल होता है। लेकिन रेलवे ने अब इसको आसान करने का बीड़ा उठाया है। शुक्रवार से रेलवे स्पेशल किसान ट्रेन शुरू करने जा रही है। इससे किसान अपने उत्पाद सब्जी, फल व अन्य खाद्य सामग्री ट्रेन से दूसरी जगह भेज सकेंगे। रेलवे ने इस सेवा का नाम ‘किसान रेल’ रखा है। रेलवे के अनुसार पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलेगी। आज पहली ट्रेन को रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने फरवरी में पेश बजट में जल्दी खराब होने वाले फल एवं सब्जियों जैसे उत्पादों के लिए ‘किसान रेल’ चलाने की घोषणा की थी। इस पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी) योजना में रेफ्रीजरेटर के साथ किसान की फसल को लाने ले जाने की सुविधा इस किसान रेल में होगी। रेलवे ने देवलाली (नासिक रोड) से दानापुर के बीच पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला लिया है। हालांकि अभी ये हफ्ते में एक ही दिन चलेगी। लेकिन बाद में इसको धीरे धीरे करके बढ़ाया जाएगा।
रेलवे अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि ये ट्रेन सात से 28 अगस्त तक प्रत्येक शुक्रवार को 11 बजे देवलाली से चलकर अगले दिन 18: 45 बजे दानापुर पहुंचेगी और वापस नौ अगस्त से 30 अगस्त तक प्रत्येक रविवार को दानापुर से दोपहर 12 बजे देवलाली के लिए जाएगी।
किसाना अपनी सब्जियां फल व अन्य खाद्य सामग्रियों को भेजने के लिए इस ट्रेन की बुकिंग करा सकेंगे। देवलाली व दानापुर के बीच स्पेशल ट्रेन नासिक रोड, मनमाड़, जलगांव, भुसावल, बुरहानपुर, खंडवा, इटारसी, जबलपुर, सतना, मानिकपुर, प्रयागराज, छिवकी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन व बक्सर स्टेशन रुकेगी। इस ट्रेन पूरी तरह से पार्सल वैन होगी और इसमें रेल सुरक्षा बल के जवान तैनात होंगे। इस स्पेशल ट्रेन में 10 पार्सल वैन व एक लगेज ब्रेक वैन होगा। सरकार को उम्मीद है कि इससे किसानों को अपनी उपज के अच्छे पैसे तो मिलेंगे ही साथ ही फल, सब्जियां भी बर्बाद नहीं होंगे।