
कृषि से संबंधित तीनों विधेयकों पर आज सरकार की अग्निपरीक्षा चल रही है। कुछ साथी दलों के साथ छोड़ने से केंद्र सरकार को राज्यसभा में इन बिलों को पास कराना थोड़ी चुनौती होगा। हालांकि अकाली दल अगर वॉकआउट कर जाता है और बीजू जनता दल और शिवसेना समर्थन कर देत हैं तो सरकार आसानी से बिल पास करा लेगी। इसी लिए ही एनडीए ने इसको लेकर तीन लाइनों वाला विह्प कल ही जारी कर दिया था।
अभी तक राज्यसभा में बहुमत का गणित एनडीए के पास था। लेकिन अकाली दल का मुखर विरोध दूसरे सहयोगियों पर असर डाल सकता है। वहीं, एनडीए से बाहर लेकिन आमतौर पर सरकार का साथ देने वाले दलों का रुख भी विधेयक को रोकने या पास कराने में भूमिका निभाएगा।
कृषि विधेयकों पर जमकर विरोध जता रहे विपक्षी दल खासकर कांग्रेस की कोशिश इसे राज्यसभा में रुकवाने की है। हालांकि अभी तक के सरकार के रिकॉर्ड को देखते हुए ये कहना मुश्किल है कि विपक्ष अपनी नीति में कामयाब हो पाएगा या नहीं।
राज्यसभा में अगर विधेयक पर मतदान होता है तो विधेयक 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में भाजपा 86 सांसदों के साथ ये कैसे पास होगा। ये देखने वाली बात होगी। तीनों विधेयकों को पास करवाने के लिए सरकार को कम से कम 122 वोट की जरूरत पड़ेगी।