
अब घर के लिए लोन और भी आसान हो सकता है। दरअसल RBI ने होम लोन पर बैंकों को कुछ राहत दी है। इससे बैंक अब ज्य़ादा और आसानी से होम लोन (Home Loan) दे पाएंगे। RBI ने इस तरह के लोन के लिए अपनी पूंजी (Capital) में कम प्रावधान यानि जितना लोन दिया जाएगा उसके मुकाबले रखी जाने वाली रकम को कम कर दिया है। इससे बैंकों के पास होम लोन के लिए ज्य़ादा रकम होगी।
RBI ने मौद्रिक नीति (Monetary Policy) की समीक्षा (Review) के बाद जारी एक रिपोर्ट में कहा कि मार्च 2022 तक मंजूर किए जाने वाले सभी होम लोन के लिए अब केवल कर्ज की राशि और आवासीय सम्पत्ति के मूल्य के अनुपात :LTV: की कसौटी ही लागू होगी। अभी तक बैंकों को एलटीवी के अलावा भी रिस्क के अनुपात में पूंजी रखनी होती थी। इस कटौती के बाद अब बैंकों के पास होम लोन देने के लिए ज्य़ादा फंड उपलब्ध होगा। दरअसल केंद्रीय बैंक घरों के लिए सस्ता और ज्य़ादा लोन देकर कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री को आगे बढ़ाना चाहता है। इस इंडस्ट्री से ही सीमेंट और स्टील की मांग बढ़ती है साथ ही ये इंडस्ट्री रोज़गार भी पैदा करती है।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें…
रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 4 फीसदी ही रखा है।
आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ के लिए उदारवादी रवैया रखने की घोषणा की है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांतदास ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय अर्थव्यवस्था निणार्यक चरण में प्रवेश कर रही है।
अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में आई गिरावट के बाद अब आर्थिक गतिविधियों में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं।