
हरेन्द्र नेगी
ऋृषिकेश बद्रीनाथ राजमार्ग 58 पर इन दिनों राजमार्ग को चौड़ा करने का काम बड़ी तेज़ी से चल रहा है। लेकिन राज्य और केंद्रीय एजेंसियों के बीच इस काम को करने के लिए आपस में तालमेल की कमी का ख़ामियाजा इस राजमार्ग के आसपास रहने वालों को उठाना पड़ रहा है। इस परेशानी की शिकायत करने के बाद भी ना तो राज्य सरकार की एजेंसियां और ना ही नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारी कोई कदम उठाने के लिए तैयार नहीं हैं।
दरअसल इस राजमार्ग पर जो काम हो रहा है। उसमें ठेकेदार बहुत ही अव्यस्थित तरीके से काम कर हैं। ये गांवों से जुड़ने वालें रास्तों को भी तोड़ रहे हैं। इससे राजमार्ग से जुड़ने वाले उत्तराखंड के बहुत सारे गांव परेशान हैं। रोड़ कटिंग के नाम पर ग्रामीण सड़कों को भी जो नुकसान पहुंचा है। उससे लोगों को अपनी जान की बाजी लगाकर गांव से कस्बो और छोटे शहरों तक का सफर मुश्किल हो रहा है। इन्हीं छोटे शहरों और कस्बों से गांवों और शहर का मुख्य संपर्क रहता है। कई जगह तो ये कटिंग इतनी ज्य़ादा है कि लोगों को बहुत रास्ता पार करने में बहुत ही मुश्किल होती है। दूसरी ओर इस कटिंग में कई गांवों के पानी के कनेक्शन भी कट गए हैं। इससे गांवों में पानी की समस्या भी पैदा हो गई है। रूद्रप्रयाग के सभासद ने दईखबर को बताया कि ठेकेदार बहुत ही लापरवाही से काम कर रहे हैं। जहां पर कटिगं की जरूरत थी वहां पर नहीं काटा जा रहा है जहां नहीं काटना था वहां काट दिया गया है। ऐसे में कार्य पर भी सवाल खडें किये जा रहे है। इससे कई स्थानीय मकानों को भी ख़तरा पैदा हो गया है। जगह जगह कटिंग कर के छोड़ दिया गया हैं लोग परेशान हैं राजमार्ग के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है जिला प्रशासन को कई बार सूचित कर दिया गया है लेकिन हमारी कौन सुने किसके पास फरियाद ले जायें। वहीं सभासद का कहना है कि ठेकेदार अपनी मनमानी कर रहा है। लूप मार्ग रास्ते पानी की लाइन रास्ते सब कुछ छतिग्रस्त कर दिया हैं जो तस्बीरे स्पष्ट दिखाई दे रही है। लोगों का कहना है कि हम निर्माण कार्य का विरोध नहीं कर रहे है। काम होना चाहिये लेकिन तरीके के साथ ।कैमरे के आगे कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं है।