
Shamshera Flop: बॉलीवुड का सबसे बड़ा प्रोडक्शन हाउस यशराज फिल्म्स को इस साल सबसे बड़ा झटका लगा है। महज छह महीने में ही यशराज फिल्मस की चौथी फिल्म फ्लॉप हुई है। इस बार कहा जा रहा है कि हिंदूवादियों ने शमशेरा को फ्लॉप कर दिया है। क्योंकि इसमें हिंदूओं को गुंडों के तौर पर दिखाया गया है। शुक्रवार को रिलीज हुई उनकी फिल्म शमशेरा 2022 में उनकी लगातार चौथी फ्लॉप फिल्म साबित हुई। पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर 10 करोड़ से कुछ ज्यादा की ओपनिंग के बाद दूसरे दिन भी हालात नहीं सुधरे और शनिवार को कलेक्शन लगभग पहले दिन की तरह ही रहा। यह साफ हो गया कि अब कोई चमत्कार नहीं हो रहा है, जो फिल्म को फ्लॉप होने से बचा सके। चार साल बाद रणबीर कपूर का आना भी टिकट खिड़की पर दर्शकों को लामबंद नहीं कर सका।
बंटी और बबली 2, सम्राट पृथ्वीराज, जयेश भाई जोरदार के बाद इस साल शमशेरा अब यशराज फिल्म्स के लिए घाटे का सौदा साबित हो गया है। खासतौर पर सम्राट पृथ्वीराज और शमशेरा बड़े बजट की फिल्में थीं, जिनमें यशराज फिल्म्स अपने रास्ते से हटकर इतिहास की दुनिया में दाखिल हो गई थीं। फिल्मों का न चलना अलग बात है, लेकिन सबसे खास बात यह है कि इन फिल्मों को दर्शकों ने पूरी तरह नकार दिया। ऐसी फिल्में बनाने के लिए निर्माता की आलोचना भी की गई थी। खासकर फिल्म के कंटेंट को।
50 करोड़ तक ही करेगी बिजनेस
बॉक्स ऑफिस के जानकार बता रहे हैं कि पहले दिन शमशेरा के 10.25 करोड़ के बाद दूसरे दिन भी आंकड़े जस के तस रहे। इनमें रविवार और आने वाले दिनों में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है। ऐसे में शमशेरा का वीकेंड सिर्फ 30 से 33 करोड़ का होगा और पहले हफ्ते का कलेक्शन 50 करोड़ रुपये के करीब बैठेगा। इसका लाइफ टाइम बिजनेस 60 करोड़ के भीतर बंद होने का अनुमान है। जबकि फिल्म का बजट 150 करोड़ रुपये बताया जा रहा है।
अब आगे क्या
शमशेरा के निर्माताओं के साथ-साथ यह फिल्म रणबीर कपूर के लिए भी एक बड़ा झटका है क्योंकि उनकी एक और महत्वाकांक्षी फिल्म ब्रह्मास्त्र इस सितंबर में रिलीज होने वाली है। शमशेरा के ये नतीजे ब्रह्मास्त्र के निर्माता-निर्देशकों की नींद हराम करने के लिए काफी हैं क्योंकि एक बार फिर से यह साफ हो गया है कि दर्शक अब कमजोर कंटेंट देखने के लिए तैयार नहीं हैं। सितारों का जादू भी काम नहीं कर रहा है। चाहे हीरो हो या फिर फिल्म में कितने एक्शन और वीएफएक्स सीन हैं।
हिंदूओं के खिलाफ बॉलीवुड बना रहा है फिल्म
असल में बॉलीवुड की फिल्मों में हिंदूओं के चरित्र को हमेशा से ही नकारात्मक दिखाया जाता है। इसके कारण हिंदू लगातार ऐसी फिल्मों का बहिष्कार कर रहे हैं। वहीं दक्षिण भारतीय फिल्मों की लगातार मांग बढ़ रही है और हिंदू इन फिल्मों को प्रमोट कर रहे हैं।