
कोरोना (#covid-19) की रफ्तार घटने और सरकार के लोगों के आने जाने पर लगे प्रतिबंधों के हटने के बाद अब लोग वापस पर्यटक स्थलों (Tourism Places) का रूख कर रहे हैं। हालांकि अभी छुट्टी मनाने वालों की रफ्तार कम ही है। लेकिन अब धीरे धीरे लोगों ने अपने अपने घरों से बाहर घूमने जाना शुरू कर दिया है। पिछले हफ्ते जहां कई पर्यटन स्थल पूरी तरह से भर गए थे। वहीं इस हफ्ते 30-40 परसेंट ही होटल बुक हुए हैं। उत्तराखंड (Uttrakhand) में रिषीकेश(Rishikesh), मसूरी(Mussrie) केदारनाथ (Kedarnath), बदरीनाथ (Badrinath) जैसे स्थानों पर 40 परसेंट तक बुकिंग चल रही है। वहीं हिमाचल (Himachal) में भी पर्यटक आने लगे है। अटल टनल (Atal Tunnel) का पर्यटकों में क्रेज चल रहा है। इसकी वजह से कुल्लू-मनाली में होट्स की बुकिंग 30 परसेंट तक है। जबकि टनल की वजह से लाहौल में 60 फीसदी ऑक्यूपेंसी पहुंच गई। होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूप ठाकुर ने कहा कि मनाली में वीकेंड में 30 फीसदी तक पर्यटक पहुंच रहे हैं। इसी तरह धर्मशाला मक्लोडगंज जैसे सदाबहार स्थानों पर भी 30-40 परसेंट तक पर्यटक पहुंच रहे हैं। होटल एसोसिएशन धर्मशाला के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने कहा कि इस हफ्ते होटलों में केवल 30 फीसदी ऑक्यूपेंसी ही रह गई है।
इससे पहले कोरोना की वजह से होटल और पर्यटन कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया था। जहां गर्मी की छुट्टियों में हिमाचल, उत्तराखंड के हिल स्टेशनों पर होटल की मारामारी रहती थी। वहीं इस बार होटल उद्योग पूरी तरह से ठप हो गया था। पर्यटन से जुड़े हुई बाकी सभी एक्टिविटी और उद्योग पूरी तरह से रूक गए थे। इससे इन इलाकों में बड़ी संख्या में बेरोज़गारी फैल गई थी।