
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में मुहर्रम को लेकर बनाए गए मस्जिद गेट को हटाने की मांग को लेकर मामला अब प्रदेश स्तर पर गर्माने लगा है। क्योंकि जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कुंडा से विधायक और राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह कुंडा तहसील परिसर में धरने पर बैठे हैं और वह लगातार प्रशासन से इस गेट को हटाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर इस गेट को नहीं हटाया गया तो वह अपना धरना जारी रखेंगे। वहीं अखिल भारतीय हिंदू महासभा का पूरा समर्थन भी राजा उदय प्रताप सिंह को अपना समर्थन दे चुका है। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि राजा उदय प्रताप सिंह को अखिल भारतीय हिंदू महासभा का पूरा समर्थन है और जल्द ही महासभा का प्रतिनिधिमंडल प्रतापगढ़ जाएगा।
प्रतापगढ़ जिला प्रशासन ने उदय प्रताप सिंह से बात करके कई बार उन्हें मनाने की कोशिश की है। लेकिन वह अपनी मांग पर अड़े हुए हैं और कहते हैं कि हिंदुओं पर दूसरे धर्मों को थोपा जा रहा है। दरअसल, जिले के शेखपुर गांव में सड़क पर बने गेट से प्रशासन और राजा उदय प्रताप विवाद शुरू हो गया है। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी लगातार बातचीत के जरिए इस मामले को सुलझाने में जुटे हुए हैं। लेकिन उदय प्रताप का कहना है कि हमने प्रशासन को सूचित किया था और इसके बावजूद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस वजह से वह विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक इस गेट को नहीं हटाया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।
अखिल भारतीय हिंदू महासभा भी समर्थन में कूदी
फिलहाल यह मामला लगातार गर्म हो रहा है। अब हिंदू महासभा भी इस विवाद में कूद पड़ी है और महासभा ने राजा उदय प्रताप सिंह को अपना समर्थन दिया है। महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि उदय प्रताप सिंह को महासभा का पूरा समर्थन प्राप्त है और वह प्रतापगढ़ जाकर अपने कार्यकर्ताओं को अपना समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन एक धर्म विशेष के लोगों की धार्मिक प्रथाओं और मान्यताओं को हिंदुओं पर थोप रहा है। अगर प्रशासन ने इसके लिए पहला कदम उठाया होता तो यह विवाद नहीं उठता।
नजरबंदी का करेगा विरोध
महासभा नेता शिशिर चतुर्वेदी ने कहा कि प्रतापगढ़ जिला प्रशासन जिस तरह से राजा उदय प्रताप सिंह को हर साल नजरबंद करता है। महासभा उनके प्रति अपना विरोध प्रकट करती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन मुस्लिम तुष्टीकरण कर रहा है और अगर जिला प्रशासन ने इस तुष्टीकरण को नहीं रोका तो हिंदू महासभा इसका सड़कों पर विरोध करेगी।