
यूके के जॉनसन ने कहा, कोविद का जोखिम बहुत, बहुत छोटा, माता-पिता से बच्चों को स्कूल भेजने का किया आग्रह
कोरोना वायरस की गिरफ्त में इस समय पूरी दुनिया है. कोरोना वायरस के प्रकोप ने अर्थवस्था के साथ साथ पढ़ाई पर भी गहरी चोट लगाई है. अब ब्रिटेन भी कोरोना वायरस संकट के बीच स्कूल खोले जाने की तैयारी की जा रही है. खुद प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने लोगों से बच्चों को स्कूल भेजनी की अपील की है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बच्चों के माता-पिता से कोरोना वायरस संक्रमण के डर को मन से निकाल बच्चों को अगले महीने से स्कूल भेजने की अपील की है. देश में संक्रमण फैलने के बाद से पांच माह से स्कूल बंद हैं और अगले महीने से सभी स्कूल खोलने की योजना है।
प्रधानमंत्री जॉनसन ने कहा कि स्कूल खोलना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा कि 23 मार्च को जब देश में लॉकडाउन लागू हुआ था, उसकी तुलना में आज अधिकारियों को कोविड-19 के बारे में ज्यादा जानकारी है. ब्रिटेन के शीर्ष जन स्वास्थ्य अधिकारियों के बच्चों के घर पर रहने से अधिक प्रभावित होने की बात कहने के कुछ घंटों बाद जॉनसन ने यह बयान दिया.
जॉनसन की ओर से रविवार को जारी एक बयान में कहा गया, इसलिए यह बेहद जरूरी है कि हम बच्चों को शिक्षा के लिए और दोस्तों का साथ पाने के लिए दोबारा कक्षाओं में भेजें.’’ उन्होंने कहा, स्कूल भेजने से हमारे बच्चों की जिंदगी में जो बदलाव आएगा, उससे बड़ा प्रभाव और कुछ नहीं होगा.’’
प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब माता-पिता और शिक्षकों ने स्कूल खोले जाने पर आशंका व्यक्त की है कि सामाजिक दूरी के नियम बच्चों को सुरक्षित नहीं रख पाएंगे. विभिन्न संघों ने मांग की है कि जॉनसन की सरकार छात्रों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सामाजिक दूरी और अन्य सुरक्षात्मक प्रक्रियाएं सुनिश्चित करें।
दरअसल बच्चों के स्कूल नहीं जाने की स्थिति में माता-पिता काम पर नहीं जा पा रहे हैं जिसकी वजह से अर्थव्यवस्था की गति रुक गई है और उबर नहीं पा रही है। इस कारण से भी बोरिस सरकार संकट का सामना कर रही है इसलिए सरकार ने स्कूल खोलने पर पूरा जोर लगा दिया है ताकि अर्थव्यवस्था में फिर उछाला आ पाए।