
कोरोना की अमेरिकन वैक्सीन जल्दी आने की संभावनाओं को झटका लगा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी जो वैक्सीन तैयार कर रही है। उस वैक्सीन के ट्रायल में एक वॉलंटियर के शरीर पर गंभीर दुष्प्रभाव देखने को मिल रहे हैं। इसको देखते हुए फिलहाल कंपनी ने इसके ट्रायल को फिलहाल रोक दिया है। इससे पहले उम्मीद थी कि तीसरे चरण के ट्रायल के बाद ये वैक्सीन नवंबर या दिसंबर तक बाज़ार में आ जाएगी। लेकिन अब फिलहाल ऐसी संभावना कम ही है।
दरअसल फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के साथ मिलकर कोविड के लिए वैक्सीन बना रही है। एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन दुनिया भर में कोरोना वैक्सीन बनाने की रेस में सबसे आगे चल रही है। लेकिन इस ट्रायल में आए साइडइफैक्ट के बाद ब्रिटेन की फार्मास्यूटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) ने तीसरे और अंतिम चरण के क्लीनिकल ट्रायल को रोक दिया है। जानकारी के मुताबिक वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के दौरान एक वॉलंटियर के शरीर में गंभीर दुष्प्रभाव देखे जाने के बाद ट्रायल को रोकने का फैसला लिया गया है।
हालांकि कंपनी एस्ट्राजेनेका ने एक बयान जारी कर कहा है कि यह एक रूटीन रुकावट है क्योंकि परीक्षण में शामिल शख्स की बीमारी के बारे में अभी तक ज्यादा कुछ पता नहीं चला है। इसकी अच्छे समीक्षा की जाएगी और उसके बाद ही ट्रायल फिर से शुरू होगा। फिलहाल दुनियाभर में कोरोना के मरीज़ों की संख्या बढ़ रही है। ख़ासकर भारत में तो एक दिन में एक लाख कोरोना मरीज सामने आने से पूरी दुनिया में भय पैदा हो रहा है।